Wednesday, 9 October 2013

दिल्ली बता तुझे धोखा कब हमने दिया । इतराने के लायक है जो सब हमने दिया । हिसां का जो इल्जाम लगाते है । वो सुन ले गाँधी को महात्मा का लकब हमने दिया । मोलाना हुसैन अहमद मदनी साहब जिन्होने गाँधी का भारत आने पर आगे बढकर स्वागत किया ओर उसे आजादी की लडाई का अगुवाई करने को कहते हुए उसे महात्मा का लक़ब दिया !

No comments:

Post a Comment