Thursday, 28 November 2013

मुसलमानो अपनी ताकत पहचानो !

मुसलमानो पढो समझो ओर अपनी ताकत पहचानो । एक चरवाहे के पास कई जानवर थे जिनको लेके वोह रोजाना जंगल जाता था चराने के लिए. एक दिन जब वह जंगल गया तो उसे एक शेर का बच्चा मिला पहले तो इसने सोचा की इसको छोड़ के चला जाये क्यूंकि यह इसके काम का नहीं है बल्कि इससे इसे खतरा ही है लेकिन फिर उसको उसपे रहम आ गया और लेकर अपने गया धीरे धीरे वोह बच्चा जवान शेर बन गया लेकिन उसकी आदत बिलकुल बकरियों और भेड़ो की तरह ही थी बल्कि वह उनसे डरता भी था चूंकि वह उनके साथ पलकर उन्ही कइ तरह हो गया था अक्सर बकरिय उसको मारती भी थी वोह चुपचाप बर्दाश्त कर लेता था जंगल में एक भेड़िया रहता था जो की बकरियों को खाना चाहता था लेकिन शेर की डर से नहीं खा पाता था जब भेडिये ने शेर को बकरियों से मार खाते देखा तो उसने बकरियो को खाने का प्लान बनाया और एक दिन बकरियों के झुण्ड पर हमला कर दिया शेर ने जब अपने आँखों से अपने साथियो को बेबस देखा तो इसके अन्दर का सोया हुआ शेर जाग गया और एक बार में ही झपट कर भेडिये का काम खतम कर दिया। इसी तरह आज का मुसलमान है हमारे ऊपर गैर मुस्लिम ताकते हावी होना चाहती हैं हमें अलग करके ख़तम करन चाहते हैं और हमको अपनी असलियत का अंदाज़ा ही नहीं है याद करो हम मुहम्मद बिन कासिम की औलाद हैं हम सुलतान सलाहुद्दीन अय्युबी के बेटे हैं हम महमूद गजनवी के खून है आखिर हम कब तक इसी तरह बेबस रहेंगे हम कब अपनी असलियत पहचानेंगे कब तक ये गैर मुस्लिम तकते हमारे ऊपर जुल्म करेंगे कब तक ये हम से फायदा उठाएंगे और हमें कठपुतली की तरह इस्तेमाल करेंगे कब तक ये हमारे जज्बात और धर्म से खिलवाड़ करते रहेंगे अब और बर्दाश्त नहीं होता दोस्तों। हम जगे या न जगे लेकिन अपने अन्दर जगे हुए इस्लामी खून को जगाना होगा अपने अन्दर सोये हुए शेर को जगाना होगा....!!! मेवाती

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