ख़तना (सुन्नत) से नुकसान कम, फ़ायदे ज्यादा होने का दावा कियां :---- द-अमरीकन एकेडेमी ऑफ पीडीऐट्रिक्स ने
इनमें ( ख़तना ) कई तरह की बीमारियां होने की संभावना कों कम करता है. ख़ासतौर पर छोटे बच्चों के यूरिनरी ट्रैक्ट में होने वाले इंफेक्शन, पुरुषों के गुप्तांग संबंधी कैंसर, यौनसंबंधों के कारण होने वाली बीमारियां, एचआईवी और सर्वाइकल कैंसर का कारक ह्युमन पैपिलोमावायरसर यानि एचपीवी शामिल है.
ख़तना
पूरी दुनिया में बसे मुसलमानों और यहूदियों में ख़तना एक सामान्य धार्मिक प्रथा है.
अमरीका के शिकागो स्थित बालरोग पर शोध करने वाली संस्था द अमरीकन एकेडेमी ऑफ पीडीऐट्रिक्स ने अपने ताज़ा बयान में कहा है कि नवजात बच्चों में किये जाने वाली ख़तना या सुन्नत प्रक्रिया से होने वाले फायदे, इस सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान उठाए जाने वाले खतरे से कहीं ज्यादा है.
चिकित्सकों के इस नज़रिए पर बदलाव की वजह कुछ वैज्ञानिक सबूत हैं जिनके आधार पर यह साफतौर पर कहा जा सकता है कि जो बच्चे ख़तने की प्रक्रिया से गु़जरते हैं, उनमें कई तरह की बीमारियां होने की संभावना कम हो जाती है.
इनमें ख़ासतौर पर छोटे बच्चों के यूरिनरी ट्रैक्ट में होने वाले इंफेक्शन, पुरुषों के गुप्तांग संबंधी कैंसर, यौनसंबंधों के कारण होने वाली बीमारियां, एचआईवी और सर्वाइकल कैंसर का कारक ह्युमन पैपिलोमावायरसर यानि एचपीवी शामिल है.
एकेडेमी का ये कदम उन अभिभावकों का समर्थन करता है जो अपने बच्चे का ख़तना करवाते हैं.
सिडार्स-सिनाई मेडिकल सेंटर के बालरोग विशेषज्ञ और खतना पर शोध करने वाले चिकित्सक दल के नेता डॉ. एंड्रयु फ्रीडमैन कहते हैं कि, ''हम किसी को ऐसा करने के लिए बाध्य नहीं कर रहे हैं. हम सिर्फ ये कहना चाहते हैं कि अगर कोई अभिभावक अपने बच्चे के हित में ऐसा करना चाहते हैं तो उसके फायदे काफी हैं.''
एक हज़ार से भी ज्य़ादा विज्ञान संबंधी लेखों पर आधारित इस पत्रिका में कहा गया है कि ऐसा नहीं हैं कि ख़तना या सुन्नत का असर पुरुषों की यौन क्रिया क्षमता, लिंग की संवेदनशीलता या यौन संतुष्टि पर पड़ता है.
एकेडेमी ने कहा कि नवजात बच्चों के माता-पिता को इस बारे में निष्पक्ष जानकारी दी जानी चाहिए ताकि वे मुक्त होकर फैसला ले सकें.
हालांकि चिकित्सकों के दल ने इस बात पर ज़रुर ज़ोर दिया है कि ये पूरी प्रक्रिया प्रशिक्षित लोगों द्वारा ही होना चाहिए जो साफ-सफाई के साथ-साथ इस प्रक्रिया के दौरान बच्चों को कम से कम तकलीफ़ होने पर ध्यान दें.
अमरीकी समाज का एक बड़ा वर्ग इसें ख़तना (सुन्नत) को बेहतर स्वास्थ्य के लिए मानने लगा है
इनमें ( ख़तना ) कई तरह की बीमारियां होने की संभावना कों कम करता है. ख़ासतौर पर छोटे बच्चों के यूरिनरी ट्रैक्ट में होने वाले इंफेक्शन, पुरुषों के गुप्तांग संबंधी कैंसर, यौनसंबंधों के कारण होने वाली बीमारियां, एचआईवी और सर्वाइकल कैंसर का कारक ह्युमन पैपिलोमावायरसर यानि एचपीवी शामिल है.
ख़तना
पूरी दुनिया में बसे मुसलमानों और यहूदियों में ख़तना एक सामान्य धार्मिक प्रथा है.
अमरीका के शिकागो स्थित बालरोग पर शोध करने वाली संस्था द अमरीकन एकेडेमी ऑफ पीडीऐट्रिक्स ने अपने ताज़ा बयान में कहा है कि नवजात बच्चों में किये जाने वाली ख़तना या सुन्नत प्रक्रिया से होने वाले फायदे, इस सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान उठाए जाने वाले खतरे से कहीं ज्यादा है.
चिकित्सकों के इस नज़रिए पर बदलाव की वजह कुछ वैज्ञानिक सबूत हैं जिनके आधार पर यह साफतौर पर कहा जा सकता है कि जो बच्चे ख़तने की प्रक्रिया से गु़जरते हैं, उनमें कई तरह की बीमारियां होने की संभावना कम हो जाती है.
इनमें ख़ासतौर पर छोटे बच्चों के यूरिनरी ट्रैक्ट में होने वाले इंफेक्शन, पुरुषों के गुप्तांग संबंधी कैंसर, यौनसंबंधों के कारण होने वाली बीमारियां, एचआईवी और सर्वाइकल कैंसर का कारक ह्युमन पैपिलोमावायरसर यानि एचपीवी शामिल है.
एकेडेमी का ये कदम उन अभिभावकों का समर्थन करता है जो अपने बच्चे का ख़तना करवाते हैं.
सिडार्स-सिनाई मेडिकल सेंटर के बालरोग विशेषज्ञ और खतना पर शोध करने वाले चिकित्सक दल के नेता डॉ. एंड्रयु फ्रीडमैन कहते हैं कि, ''हम किसी को ऐसा करने के लिए बाध्य नहीं कर रहे हैं. हम सिर्फ ये कहना चाहते हैं कि अगर कोई अभिभावक अपने बच्चे के हित में ऐसा करना चाहते हैं तो उसके फायदे काफी हैं.''
एक हज़ार से भी ज्य़ादा विज्ञान संबंधी लेखों पर आधारित इस पत्रिका में कहा गया है कि ऐसा नहीं हैं कि ख़तना या सुन्नत का असर पुरुषों की यौन क्रिया क्षमता, लिंग की संवेदनशीलता या यौन संतुष्टि पर पड़ता है.
एकेडेमी ने कहा कि नवजात बच्चों के माता-पिता को इस बारे में निष्पक्ष जानकारी दी जानी चाहिए ताकि वे मुक्त होकर फैसला ले सकें.
हालांकि चिकित्सकों के दल ने इस बात पर ज़रुर ज़ोर दिया है कि ये पूरी प्रक्रिया प्रशिक्षित लोगों द्वारा ही होना चाहिए जो साफ-सफाई के साथ-साथ इस प्रक्रिया के दौरान बच्चों को कम से कम तकलीफ़ होने पर ध्यान दें.
अमरीकी समाज का एक बड़ा वर्ग इसें ख़तना (सुन्नत) को बेहतर स्वास्थ्य के लिए मानने लगा है
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